संगीत की दुनिया में आर डी बर्मन और लता मंगेशकर की जोड़ी ने कई ऐतिहासिक गाने दिए हैं, पर कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि आर डी ने जब पहली बार लता को देखा, तो वह शॉर्ट पहने हुए ही उनका ऑटोग्राफ लेने आ गए थे.
लता ने पंचम दा के जन्मदिन पर इस बात को याद किया है .
लता ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आज मुझे 13-14 साल का एक छोटा लड़का याद आ रहा है, जो एस डी बर्मन साहब की रिकॉर्डिंग के दौरान खाकी शॉर्ट और सफेद शर्ट पहने हुए मेरे पास मेरा ऑटोग्राफ लेने आ गया था. बर्मन दा ने मुझसे कहा कि यह मेरा बेटा पंचम है, अभी सरोद सीख रहा है.’
उन्होंने लिखा है, ‘उस दिन मैं पहली बार पंचम से मिली. उसके कुछ सालों बाद मुझे महमूद साहब से यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि पंचम उनकी फिल्म में संगीत दे रहा है और वह मेरा गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं.’
लता ने लिखा है, ‘उस फिल्म का नाम ‘छोटे नवाब’ था और गाना था ‘घर आजा घिर आई.’ सुरों की मल्लिका ने लिखा है कि उन्हें गाना सुनने के बाद यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि इतना छोटा लड़का इतना अच्छा संगीत दे रहा है.
लता के मुताबिक, ‘मैंने वह गाना गाया और उसके बाद वह सिलसिला चलता रहा.. मैंने उसके संगीत में कई कमाल के गाने गाए, वह बहुत छोटी उम्र में इस दुनिया से चला गया, इसका मुझे बहुत दु:ख है, उसके जाने के बाद मैंने उसका आखिरी गाना ‘कुछ ना कहो’ रिकॉर्ड किया.’
उन्होंने लिखा है, ‘पंचम सच में बहुत महान संगीतकार था, आज उसके जन्मदिन पर मैं इतना ही कहती हूं कि पंचम तुम हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे.’
लता ने पंचम दा के जन्मदिन पर इस बात को याद किया है .
लता ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आज मुझे 13-14 साल का एक छोटा लड़का याद आ रहा है, जो एस डी बर्मन साहब की रिकॉर्डिंग के दौरान खाकी शॉर्ट और सफेद शर्ट पहने हुए मेरे पास मेरा ऑटोग्राफ लेने आ गया था. बर्मन दा ने मुझसे कहा कि यह मेरा बेटा पंचम है, अभी सरोद सीख रहा है.’
उन्होंने लिखा है, ‘उस दिन मैं पहली बार पंचम से मिली. उसके कुछ सालों बाद मुझे महमूद साहब से यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि पंचम उनकी फिल्म में संगीत दे रहा है और वह मेरा गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं.’
लता ने लिखा है, ‘उस फिल्म का नाम ‘छोटे नवाब’ था और गाना था ‘घर आजा घिर आई.’ सुरों की मल्लिका ने लिखा है कि उन्हें गाना सुनने के बाद यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि इतना छोटा लड़का इतना अच्छा संगीत दे रहा है.
लता के मुताबिक, ‘मैंने वह गाना गाया और उसके बाद वह सिलसिला चलता रहा.. मैंने उसके संगीत में कई कमाल के गाने गाए, वह बहुत छोटी उम्र में इस दुनिया से चला गया, इसका मुझे बहुत दु:ख है, उसके जाने के बाद मैंने उसका आखिरी गाना ‘कुछ ना कहो’ रिकॉर्ड किया.’
उन्होंने लिखा है, ‘पंचम सच में बहुत महान संगीतकार था, आज उसके जन्मदिन पर मैं इतना ही कहती हूं कि पंचम तुम हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे.’
No comments:
Post a Comment